CHEMISTRY CLASS 12 TRUE FALSE
1. कार्बन के अपरूप हीरा और ग्रेफाइट हैं।
✔️ सही
स्पष्टीकरण: कार्बन विभिन्न संरचनात्मक रूपों में पाया जाता है, जिन्हें अपरूप कहते हैं; हीरा और ग्रेफाइट प्रमुख अपरूप हैं।
2. इलेक्ट्रोलाइट ठोस अवस्था में विद्युत का संचालन करते हैं।
❌ गलत
स्पष्टीकरण: इलेक्ट्रोलाइट केवल पिघली या जलीय विलयन अवस्था में आयनों की गति के कारण विद्युत का संचालन करते हैं।
3. HCl जलीय विलयन में एक प्रबल अम्ल है।
✔️ सही
स्पष्टीकरण: HCl पानी में पूर्णतः H⁺ और Cl⁻ आयनों में विघटित हो जाता है।
4. विद्युत अपघटन में एनोड धनात्मक होता है।
✔️ सही
स्पष्टीकरण: एनोड पर ऑक्सीकरण होता है और यह धनात्मक ध्रुव होता है।
5. शुद्ध जल विद्युत का अच्छा चालक है।
❌ गलत
स्पष्टीकरण: शुद्ध जल में आयन बहुत कम होते हैं, इसलिए यह खराब चालक है।
6. उत्प्रेरक संतुलन स्थिरांक को बदल देता है।
❌ गलत
स्पष्टीकरण: उत्प्रेरक केवल अभिक्रिया की गति बढ़ाता है, संतुलन की स्थिति नहीं बदलता।
7. 25°C पर शुद्ध जल का pH मान 7 होता है।
✔️ सही
स्पष्टीकरण: शुद्ध जल तटस्थ होता है, इसलिए pH = 7।
8. ऊष्माक्षेपी अभिक्रिया में ऊष्मा अवशोषित होती है।
❌ गलत
स्पष्टीकरण: ऊष्माक्षेपी अभिक्रिया में ऊष्मा बाहर निकलती है।
9. 0 K पर परिपूर्ण क्रिस्टल की एंट्रॉपी शून्य होती है।
✔️ सही
स्पष्टीकरण: ऊष्मागतिकी के तृतीय नियम के अनुसार पूर्ण क्रिस्टल की एंट्रॉपी शून्य होती है।
10. एल्केन असंतृप्त हाइड्रोकार्बन होते हैं।
❌ गलत
स्पष्टीकरण: एल्केन में केवल एकल बंध होते हैं, इसलिए वे संतृप्त होते हैं।
11. बेंजीन आसानी से योग अभिक्रिया करता है।
❌ गलत
स्पष्टीकरण: बेंजीन स्थिर यौगिक है और सामान्यतः प्रतिस्थापन अभिक्रिया करता है।
12. एसीटोन का IUPAC नाम प्रोपेनोन है।
✔️ सही
स्पष्टीकरण: एसीटोन तीन कार्बन वाला कीटोन है, इसलिए इसका नाम प्रोपेनोन है।
13. एल्डिहाइड में –CHO समूह होता है।
✔️ सही
स्पष्टीकरण: –CHO समूह एल्डिहाइड की पहचान है।
14. कीटोन में –OH समूह होता है।
❌ गलत
स्पष्टीकरण: कीटोन में कार्बोनिल (>C=O) समूह होता है, –OH नहीं।
15. साबुन सोडियम स्टीयरेट होता है।
✔️ सही
स्पष्टीकरण: उच्च फैटी अम्लों के सोडियम लवण को साबुन कहते हैं।
16. डिटर्जेंट जैव-अपघटनीय होते हैं।
❌ गलत
स्पष्टीकरण: अधिकांश डिटर्जेंट जैव-अपघटनीय नहीं होते।
17. सभी गैसें गर्म करने पर फैलती हैं।
✔️ सही
स्पष्टीकरण: ताप बढ़ने पर गैस अणुओं की गतिज ऊर्जा बढ़ती है।
18. ग्रीनहाउस प्रभाव से वैश्विक ऊष्मीकरण बढ़ता है।
✔️ सही
स्पष्टीकरण: ग्रीनहाउस गैसें ऊष्मा को रोक लेती हैं, जिससे ताप बढ़ता है।
19. ओजोन परत क्षोभमंडल में पाई जाती है।
❌ गलत
स्पष्टीकरण: ओजोन परत समताप मंडल (Stratosphere) में होती है।
20. कार्बन की परमाणु संख्या 6 है।
✔️ सही
स्पष्टीकरण: कार्बन के नाभिक में 6 प्रोटॉन होते हैं।
21. समस्थानिकों का द्रव्यमान संख्या समान होती है।
❌ गलत
स्पष्टीकरण: समस्थानिकों की परमाणु संख्या समान होती है, द्रव्यमान संख्या अलग।
22. एवोगैड्रो संख्या 6.022 × 10²³ है।
✔️ सही
स्पष्टीकरण: यह 1 मोल में कणों की संख्या दर्शाती है।
23. ताप बढ़ाने से अभिक्रिया की दर बढ़ती है।
✔️ सही
स्पष्टीकरण: ताप बढ़ने से अणुओं की टक्कर बढ़ती है।
24. रासायनिक संतुलन केवल बंद तंत्र में संभव है।
✔️ सही
स्पष्टीकरण: खुले तंत्र में पदार्थ बाहर निकल सकता है, जिससे संतुलन नहीं बनता।
25. ले-शातेलिए का सिद्धांत सभी संतुलनों पर लागू होता है।
✔️ सही
स्पष्टीकरण: यह बाहरी परिवर्तन के प्रभाव की व्याख्या करता है।
26. ऑक्सीकरण का अर्थ इलेक्ट्रॉनों का त्याग है।
✔️ सही
स्पष्टीकरण: ऑक्सीकरण में इलेक्ट्रॉन निकलते हैं।
27. अपचयन का अर्थ प्रोटॉन ग्रहण है।
❌ गलत
स्पष्टीकरण: अपचयन का अर्थ इलेक्ट्रॉन ग्रहण है।
28. क्षार में लिटमस लाल हो जाता है।
❌ गलत
स्पष्टीकरण: क्षार में लिटमस नीला हो जाता है।
29. नर्न्स्ट समीकरण EMF और सांद्रता में संबंध बताता है।
✔️ सही
स्पष्टीकरण: यह विद्युत रसायन का महत्वपूर्ण समीकरण है।
30. समूह में नीचे जाने पर परमाणु त्रिज्या घटती है।
❌ गलत
स्पष्टीकरण: नई परत जुड़ने से त्रिज्या बढ़ती है।
31. आवर्त में बाएँ से दाएँ जाने पर विद्युतऋणात्मकता बढ़ती है।
✔️ सही
स्पष्टीकरण: नाभिकीय आकर्षण बढ़ने से ऐसा होता है।
32. एल्युमिनियम सोडियम से अधिक अभिक्रियाशील है।
❌ गलत
स्पष्टीकरण: सोडियम अधिक अभिक्रियाशील धातु है।
33. NaCl एक आयनिक यौगिक है।
✔️ सही
स्पष्टीकरण: Na⁺ और Cl⁻ आयनों से बना होता है।
34. सहसंयोजक यौगिकों का गलनांक अधिक होता है।
❌ गलत
स्पष्टीकरण: सहसंयोजक यौगिकों में आकर्षण बल कम होता है।
35. अम्ल H⁺ आयन दान करते हैं।
✔️ सही
स्पष्टीकरण: ब्रॉन्स्टेड-लॉरी सिद्धांत के अनुसार।
36. क्षार प्रोटॉन ग्रहण करते हैं।
✔️ सही
स्पष्टीकरण: यही क्षार की परिभाषा है।
37. टाइट्रेशन का प्रयोग सांद्रता ज्ञात करने में होता है।
✔️ सही
स्पष्टीकरण: ज्ञात विलयन से अज्ञात की सांद्रता ज्ञात की जाती है।
38. फिनॉल्फ्थेलीन अम्लीय माध्यम में रंगहीन होता है।
✔️ सही
स्पष्टीकरण: क्षारीय माध्यम में यह गुलाबी हो जाता है।
39. एल्कीन ब्रोमीन जल का रंग उड़ा देता है।
✔️ सही
स्पष्टीकरण: असंतृप्त बंध के कारण योग अभिक्रिया होती है।
40. CH₃COOH, HCl से कमजोर अम्ल है।
✔️ सही
स्पष्टीकरण: यह पूर्णतः आयनित नहीं होता।
41. संतृप्त विलयन का वाष्प दाब अधिक होता है।
❌ गलत
स्पष्टीकरण: विलेय मिलाने से वाष्प दाब घटता है।
42. ऑस्टवाल्ड का पतलीकरण नियम प्रबल इलेक्ट्रोलाइट पर लागू होता है।
❌ गलत
स्पष्टीकरण: यह केवल दुर्बल इलेक्ट्रोलाइट पर लागू होता है।
43. कोलॉइड को फिल्टर पेपर से अलग किया जा सकता है।
❌ गलत
स्पष्टीकरण: कोलॉइड कण बहुत छोटे होते हैं।
44. ब्राउनियन गति कणों के अस्तित्व को सिद्ध करती है।
✔️ सही
स्पष्टीकरण: यह कणों की अनियमित गति दर्शाती है।
45. अभिक्रिया प्रारंभ करने हेतु सक्रियण ऊर्जा आवश्यक होती है।
✔️ सही
स्पष्टीकरण: यह न्यूनतम ऊर्जा है जिससे अभिक्रिया शुरू होती है।
46. आंशिक आसवन समान क्वथनांक वाले द्रवों को अलग करता है।
❌ गलत
स्पष्टीकरण: यह अलग-अलग क्वथनांक वाले द्रवों के लिए है।
47. क्रोमैटोग्राफी एक पृथक्करण विधि है।
✔️ सही
स्पष्टीकरण: मिश्रण के घटकों को अलग किया जाता है।
48. कठोर जल में Ca²⁺ और Mg²⁺ आयन होते हैं।
✔️ सही
स्पष्टीकरण: यही कठोरता का कारण हैं।
49. उत्प्रेरक सक्रियण ऊर्जा को कम करता है।
✔️ सही
स्पष्टीकरण: वैकल्पिक मार्ग प्रदान करता है।
50. विद्युत अपघटन में धनायन कैथोड की ओर जाते हैं।
✔️ सही
स्पष्टीकरण: कैथोड ऋणात्मक होता है, इसलिए धनायन आकर्षित होते हैं।
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